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सत्य की अडिगता

दिनाँक 04 - 03 - 2022


   ।।  ॐ  कालयोगिने  नमः ।। 


सत्य के सिद्धांत को त्याग कर समय व परिस्थिति के अनुसार चलना कोई बुद्धिमता नहीं है बल्कि इसके विपरीत सत्य के सिद्धान्त पर अडिग हो कर के  चलते रहने पर  समय व परिस्थिति भी स्वयं सत्य के अनुकुल धीरे-धीरे खुद परिवर्तित होना आरम्भ कर देती है जो स्थायी व सुखी वातावरण को निर्मित करता है।


शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे।  जय शंकर जी की ।


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