दिनाँक 18 - 03 - 2022
।। ॐ नृत्यप्रियाय नमः ।।
विशुद्ध रूप से आत्मचिन्तन करें तो ज्ञात होगा कि हम नितान्त अकेले है तथा हमारा अस्तित्व भी हमारे स्थूल शरीर से पृथक है जो कि वास्तव में एकमात्र ब्रह्म सत्य है । अतः निर्लिप्त भाव से ही जीवन जीयें और मग्न रहे ।
आपको परिवार सहित होली की मंगल व शुभकामनाएँ। प्रभु आपके सभी मनोरथ सिद्ध करे ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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