दिनाँक 28 - 03 - 2022
।। ॐ सहस्त्रहस्ताय नमः ।।
मनुष्य का सदैव तटस्थ या ख़ामोश रहना सबसे बड़ा गुनाह है क्योंकि अपने अस्तित्व को बचाने व आने वाली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक प्रतिक्रिया समयानुसार देना भी जरूरी होता है
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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