दिनाँक 04 - 04 - 2022
।। ॐ अधर्षणाय नमः ।।
अपने सुख -दुःख के लिये किसी दूसरे को दोषारोपित करने से पहले हम यह स्पष्ट रूप से समझे कि हमारा आपसी व्यवहार, सानिध्य, आत्मीयता और विचारों से उत्पन्न सकारात्मक व नकारात्मक ऊर्जा ही हमारे सुख-दुःख के लिये पूर्ण रूप से उत्तरदायी होती है।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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