दिनाँक 11 - 04 - 2022
।। ॐ बलघ्ने नमः ।।
हमारे जीवन की सुन्दरता, सौम्यता व माधुर्य की सीमा अपनी उत्कर्ष स्तर पर तभी हो सकती है जब हम दूसरों की आलोचना करने से बचे तथा उनके सद्गुणों की सरहाना करें और उन्हें अपने जीवन मे पूर्ण शिद्दत से अपनाये भी ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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