दिनाँक 13 - 04 - 2022
।। ॐ अर्थाय नमः ।।
यह सत्य व अनुभवपरक तथ्य है कि सार्थक प्रयासों के बावजूद हम कुछ व्यक्तियों की जीवन-शैली, विचार व सोच को आवश्यक सामाजिक व्यवहारिक अनुकूलता के अनुसार मे बदल नहीं सकते है अतः हम इसके लिये अपने ह्रदय को व्यर्थ में नाहक़ व्यथित, दुःखी व अशान्त ना करें बल्कि इसको पूर्णतः नज़रअन्दाज करते हुए अपनी सामान्य दिनचर्या में व्यस्त रहे ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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