दिनाँक 15 - 04 - 2022
।। ॐ अवराय नमः ।।
यह सत्य है कि सभी कुछ हासिल करने के बाद भी हमे आध्यात्मिक आनन्द प्राप्त नही होता बल्कि हमारे अन्दर कुछ ओर अतिरिक्त पाने की अनन्त लालसा बढ़ जाती है जबकि आध्यात्मिक आनन्द का अनुभव प्राप्त करने के लिये सिर्फ़ उपलब्ध साधनों का केवल उपयोग करना ही पर्याप्त होता है जो हमारे व्यक्त्तित्व में सन्तोष के भाव को ओर अधिक मजबूती देता है।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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