दिनाँक 20 - 04 - 2022
।। ॐ न्यग्रोधाय नमः ।।
प्रत्येक लक्ष्य पूर्ण रूप से जब तक निष्पादित नहीं हो जाता तब तक ही वह असम्भव, मुश्किल या ना मुमकिन प्रतीत होता है। यदि हम अपने सार्थक व सामायिक प्रयास हम जारी रखें तो कोई भी लक्ष्य असम्भव नही लगता है। अतः मुश्किल असम्भव या सरल यह केवल लक्ष्य की अवस्थाएं ही है।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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