दिनाँक 21 - 04 - 2022
।। ॐ वृक्षकर्णस्थितये नमः ।।
प्रसन्नता व माधुर्य का सर्वोच्च स्तर का साकार रूप हमारे चारों होने वाली घटनाओं से परिभाषित नहीं होता बल्कि हमारे अन्तःस्थ में होने वाली आध्यात्मिक विचार व सकारात्मक सोच की सृजनता से ही परिलक्षित होता है।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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