दिनाँक 22 - 04 - 2022
।। ॐ विभवे नमः ।।
मनुष्य के समाजिक मूल्य, उसकी मानवता व उसके उदार ह्रदय का चित्र पूर्ण रूप से तभी चित्रित होता है जब मनुष्य शक्तिशाली होकर भी गलती करने वाले व कमजोर मनुष्य को दिल से क्षमा करें तथा स्वयम दरिद्र होकर भी निस्वार्थ भाव से जरूरतमन्द व्यक्त्ति को बिना किसी अपेक्षा के दान करें ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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