दिनाँक 25 - 04 - 2022
।। ॐ महाननाय नमः ।।
वसुधैव्य नीति व सामाजिक चेतना को विस्तारित व अपनाने के लिये सर्वप्रथम इस सिद्धांत को समझना आवश्यक है कि दूसरों की सहायता करने की प्रक्रिया में मनुष्य को अपने आराम, खुशी व साधनों का एक हिस्से को पूर्ण मानसिकता के साथ त्यागना पड़ता है।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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