दिनाँक 03 - 05 - 2022
।। ॐ हर्यश्वाय नमः ।।
कलियों के खिलने , नदी की अटखेलियाँ, पहाडों की खामोशी, भौंरों व तितलियों की मस्ती, हवा का मस्त संगीत, पक्षियों का कलरव, बादलो का शोर, बारिश की बूदों का अल्हणपन, जेठ की गर्मी की तपिश, वीरान रास्ते की बैचनी आदि आदि की अनबुझ भाषा व मधुर मनमोहक संगीत का यदि हमने आनन्द ले लिया तो हम दुनिया के सबसे बड़े खुशनसीब आदमी है
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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