दिनाँक 14 - 05 - 2022
।। ॐ उग्रतेजसे नमः ।।
हम किसी भी व्यक्त्ति की संवेदनाओं, भावनाओं व जज्बातों का कभी निरादर, हँसी या मज़ाक ना उड़ाएं और ना ही उनको नज़रअन्दाज करें क्योंकि हमारे इस कृत्य से उनके अहम को तो चोट पहुँचती है साथ ही साथ उनको मानसिक दुःख या कष्ट भी होता है जिसका हम रतीभर अनुमान नही लगा सकते हैं।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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