दिनाँक 22 - 05 - 2022
।। ॐ मुण्डिने नमः ।।
हमारे उत्कृष्ट व्यक्त्तित्व की सर्वोच्चता तभी प्रखर रूप से परिलक्षित होती है जब कोई व्यक्त्ति हमें छोड़कर जाये तो हमे भुला ना सके और इसका पछतावा महसूस करे तथा सभी वर्गों के व्यक्त्ति हमारे सानिध्य को पाने के लिये सदा उत्सुक व लालियत रहे ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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