दिनाँक 28 - 05 - 2022
।। ॐ वेणविने नमः ।।
अधम, नीच व असंतुलित मानसिक व्यक्त्ति हमेशा स्वर्गीय मनुष्य के खुबसूरत व सकारात्मक पक्ष को नजरअंदाज करके उसको बिना कारण के कोसता रहता है तथा अपने निजी स्वार्थ के लिये दूसरे के अहित में करने में संलिप्त रहता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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