दिनाँक 25 - 05 - 2022
।। ॐ मूर्तिजाय नमः ।।
दुसरो पर किसी भी स्तर की विजय प्राप्त करने से बेहतर है कि हम अपने अविवेक, कुंठा, दुर्भावना और अवसाद पर विजय प्राप्त करें । जिसका हम स्थायी रूप से शत-प्रतिशत आनन्द उठा सकते हैं । यह भी निश्चित है कि कोई भी इसका लेशमात्र हिस्सा भी छीन नहीं सकता ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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