दिनाँक 12 - 06 - 2022
।। ॐ सुसरणाय नमः ।।
युग-युगान्तर से जीवन के रहस्मयी मानव जीवन के विषम चक्र का यही विधान है कि ज़िन्दगी ही समस्या है और ज़िन्दगी ही समस्या का समाधान है। अतः वर्तमान के हर पल मे समस्या मे उपलब्ध इसके के समाधान के लिये व्यस्त व प्रयासरत रहे और इसका पूर्ण आनन्द भी ले ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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