दिनाँक 13 - 06 - 2022
।। ॐ हिरण्य कवचोदभवाय नमः ।।
हमारी व्यवहारिक कुशलता व दक्षता की विशुद्ध प्रमाणिकता तब ही चरितार्थ होती है जब हम उन सभी व्यक्तियों का आदर करने के साथ साथ उनको कभी भी नजरअंदाज भी नहीं करते है जिन्होंने अपना बहुमुल्य समय निःस्वार्थ भाव से हमारे सुखः -दुःख, उन्नति या देखभाल में लगाया हो।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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