दिनाँक 17 - 06 - 2022
।। ॐ सर्वतुर्यनिनादिने नमः ।।
मनुष्य की स्वयम के व्यवहार की खूबसूरती की प्रमाणिकता और मानवीयता गुण की उपयोगिता उसी पल पूर्ण रूप से पल्लवित हो जाती है जब वह दूसरों की आन्तरिक सकारात्मक शक्त्ति व सुन्दरता को अपने प्रयासों द्वारा उजागर करने में सफल हो जाता है
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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