दिनाँक 24 - 06 - 2022
।। ॐ सर्वतुर्यनिनादिने नमः ।।
मित्रता, बंधुत्व व आपसी सम्बन्धों की सुदृढ़ता और स्थतित्व के लिये यह आवश्यक है कि एक-दूसरे के लिये त्याग, सम्पर्ण, सम्मान व भरोसा उनके इन रिश्तों के मूल में सदैव विद्यमान रहे।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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