दिनाँक 04 - 07 - 2022
।। ॐ कर्मसर्वबन्धविमोचनाय नमः ।।
जब तक परिस्थिति हमारे अनुकूल नहीं होती है तब तक हम कशमश या भ्रम की स्थिति में मन ही मन मे सदा हँसे, दुःख व कष्ट में सदैव मुस्कराये और अपने आपको यह विश्वास या याद दिलाते रहे कि जो कुछ भी जीवन मे घट रहा है उसका कोई ना कोई कारण भी अवश्य है । इसके परिणामस्वरुप, सकारात्मक ऊर्जा और स्फूर्ति के साथ आत्मबल व शक्त्ति का संचार हमारे जीवन मे होने लगेगा।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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