दिनाँक 05 - 07 - 2022
।। ॐ असुरेन्द्राणां बन्धनाय नमः ।।
हताश व निराश होने कि जरूरत नहीं है कि झूठ या असत्य का बोल-बाला है और सच्चाई या सत्य की स्थिति नाजुक या अनुपयुक्त है। यह व्यवहारिक परिपाटी या अवधारणा है कि झूठ पर तो सभी सहजता से यकीन कर लेते हैं परन्तु सत्य को पूरी कूबत, ताकत व शक्त्ति से स्थापित या साबित करना होता है
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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