दिनाँक 16 - 07 - 2022
।। ॐ सर्वचारिणे नमः ।।
ज़िन्दगी के लम्बे संघर्ष के बाद अंतिम पड़ाव में मनुष्य यह महसूस करता है कि मन-मस्तिष्क की शान्ति के अलावा कोई बड़ा उपहार हो नही सकता था जिसे दूसरों से किसी भी प्रकार की उम्मीद, आशा व अपेक्षा को खत्म करके सहजता से ही प्राप्त किया जा सकता था । जिसे पूरी जिंदगी ना समझ सका ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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