दिनाँक 18 - 07 - 2022
।। ॐ वासवाय नमः ।।
यदि हम मधुर जीवन और आत्मिक सुख चाहते है तो हमें मधुर मुस्कान व मुस्कराते हुए जीवन व्यतीत करना होगा परन्तु इसके लिये यह आवश्यक है कि हम ईर्ष्या, क्रोध, लोभ, अंहकार आदि दुर्गुणों को अपने स्वभाव में कोई जगह ना दें।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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