दिनाँक 29 - 07 - 2022
।। ॐ संग्रहाय नमः ।।
जब भी कोई व्यक्ति अहम , दम्भ और अहंकार को अपने समक्ष रखकर या उसको प्राथमिकता दूसरे व्यक्ति को लड़ाई या विवाद मे पराजित कर देता है तो वास्तव मे जीत पराजित व्यक्ति की ही होती है जो इसमें अहंकारी व्यक्ति से पराजित होता है। यही इस लड़ाई के अंतिम परिणाम का विरोधाभासी गुढ़ रहस्य है
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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