दिनाँक 02 - 08 - 2022
।। ॐ मुख्याय नमः ।।
सम्पन्न व गरीब दोनों ही मनुष्यों का जीवन अपने स्तर व प्रकृत्ति के अनुसार सरल व सुखमय होता हैं परन्तु मनुष्य स्वंय ही अपने कुविचारों, असमाजिक व्यवहार, असीमित इच्छओं व अव्यवाहरिक अपेक्षाओं को हासिल करने की चाह में अपने जीवन को मुश्किल, कठिन, जटिल, पेचीदा व उलझा हुआ बना देता हैं।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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