दिनाँक 04 - 08 - 2022
।। ॐ देहाय नमः ।।
हमारे जीवन मे आत्मिक सन्तोष, आध्यात्मिक शान्ति और वास्तविक प्रसन्नता व मधुरता का होना सिर्फ हमारे स्वभाव पर ही निर्भर करता है ना कि हमारे पास कितनी भौतिक सम्पदा और सुख - सम्पत्ति के साधन कितनी मात्रा मे उपलब्ध या संचय है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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