दिनाँक 09 - 08 - 2022
।। ॐ बलरूपधृषे नमः ।।
साकारात्मक सोच इस पर निर्भर नहीं करती कि यह समझा जाए जो कुछ हमारे घटेगा वह बहुत अच्छा होगा बल्कि यह स्वीकार करने पर निर्भर करता है कि जो कुछ भी घटा है वह ही हमारे लिये अनुकूल और सर्वश्रेष्ठ है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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