दिनाँक 12 - 08 - 2022
।। ॐ सर्वतोमुखाय नमः ।।
मनुष्य को अपने व्यवहार में प्रमाणिक कुशलता व दक्षता के लिए प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है कि जब उसे क्रोध आए तो शान्त रहे, जब अधिकार या शक्त्ति आ जाए तो वह नम्र बना रहे, जब समृद्धि आए तो गर्व व अभिमान से कोसो दूर रहे और जब मुसीबत या विपरीत परिस्थितियां हो तो उसका स्वभाव व चरित्र ईमानदार बना रहे।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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