दिनाँक 13 - 08 - 2022
।। ॐ आकाशनिर्विरूपाय नमः ।।
जब भी दयालुता या सत्य के सिद्धान्त के मार्ग के बीच हमें किसी एक विकल्प का चुनाव करना पड़े तो दयालुता के मार्ग को ही चुने क्योंकि दयालुता का पथ सत्य के पथ से सभी दृष्टिकोण से बेहतर तो होता ही है साथ ही साथ दयालुता की अवधारणा में सत्य की मूल भावना का भी पूर्ण रूप से समावेश होता है।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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