दिनाँक 19 - 08 - 2022
।। ॐ आदित्याय नमः ।।
सार्थक ज्ञान व व्यवाहारिक अनुभव के भण्डार की उत्क्रष्टता ही मनुष्य के व्यक्त्तित्व को आर्कषक व प्रभावशाली बनाता है क्योंकि मनुष्य सार्थक ज्ञान के द्वारा ही शब्दों व परिस्थितियों को समझ जा सकता है तथा व्यवहारिक अनुभव के आधार पर ही शब्दों व परिस्थितियों के वास्तविक अर्थ की सूक्ष्मता को समझ कर ही व्यवहारिक निर्णय ले सकता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
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