दिनाँक 23 - 08 - 2022
।। ॐ महावेगाय नमः ।।
अधिकतर सभी लोग आरम्भ में हमारे विचार, निष्ठा, भूमिका, प्रयासों या सफलताओ को नजरअंदाज करते हैं परन्तु अन्त में सभी लोग इनका मूल्यांकन करके शुद्ध रूप से इन्हें अपने हृदय से भी स्वीकार करते हैं । अतः हमारी भूमिका, निष्ठा और प्रयास सदैव दूसरों को प्रभावित करने के बजाय अपने लक्ष्य के अनुकूल व स्वयम की आत्म-संतुष्टि के लिये ही होने चाहिए ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो। भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे। जय शंकर जी की ।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें