दिनाँक 11 - 09 - 2022
।। ॐ प्राचे नमः ।।
कभी भी किसी परिस्थिति मे दुर्जन, कपटी व दोषी व्यक्ति के समक्ष खेद व पश्चाताप प्रकट ना करें क्योंकि हमारा स्वभाव व कर्म स्वयम ही हमारी सच्चाई या वस्तुस्थिति के बारे मे सभी को जानकारी दे देता है । सिर्फ हम अपने कर्तव्य व दायित्व का निर्वाहन ईमानदारी और निर्भीकता से ही करते रहें ।
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