दिनाँक 14 - 09 - 2022
।। ॐ यशसे नमः ।।
यदि मनुष्य को अपनी सामजिक स्वीकार्यता के शिखर और सभी वर्गों से यथोचित प्यार व सम्मान को पाना है तो उसका अपने क्रोध में पूर्ण नियंत्रण होना चाहिए तथा उसकी अपनी भाषा में हमेशा मृदुलता व शालीनता होनी चाहिये ।
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