दिनाँक 19 - 09 - 2022
।। ॐ उन्मादाय नमः ।।
शान्त, धैर्यवान व सौम्य व्यक्त्ति ही वर्तमान के हर पल के आनन्द का लुत्फ़ उठा सकता है जबकि उदास व्यक्त्ति तो अपने भूतकाल को वर्तमान में जीता है और चिंतित व्यक्त्ति वर्तमान में सिर्फ अपने भविष्य के लिए व्यस्त रहता है
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