दिनाँक 23 - 09 - 2022
।। ॐ भिक्षवे नमः ।।
विनयशील औऱ नम्र व्यवहार के लिये आवश्यक है कि हमारी प्रवृत्ति, आदत व कर्म में भाषा की शालीनता, एक- दुसरे का आदर करना, अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगना व दूसरे के सहयोग का शुक्रिया करना सदैव विद्यमान रहे ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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