दिनाँक 24 - 09 - 2022
।। ॐ भिक्षुरूपाय नमः ।।
यदि किसी व्यक्त्ति ने हमारा अहित किया हो फिर भी हम उसके हित के लिए उदार हृदय से विचार करें और आवश्यकता पड़ने पर उसकी सहायता भी करें तो समाज में सभी व्यक्ति अपने ह्रदय में हमारे विषय में सकारात्मक व श्रेयस्कर विचार रखते हैं तथा उनका दृष्टिकोण भी हमारे प्रति श्रेष्ठ व सकारात्मक होता है ।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें