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विपरित परिस्थिति का सकारात्मक पहलू

दिनाँक  06 - 09 - 2022

   ।। ॐ  अतिदीप्ताय  नमः ।।

विपरीत परिस्थितियां  जैसे धन की कमी, भूख की असहनीय पीड़ा और हितैषी का कपटी व्यवहार आदि के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण के रखने के कारण  मनुष्य को अपने भविष्य के लिये व्यय में मितव्ययिता, अतिरिक्त कार्य करने की प्ररेणा, धन अर्जन नीति में सुधार औऱ मित्र व दुश्मन के बीच स्पष्ट अन्तर जानने की महत्वपूर्ण सीख व सबक स्वतः ही प्राप्त हो जाता है ।

शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो ।  भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे ।  जय  शंकर जी की ।

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