दिनाँक 12 - 10 - 2022
।। ॐ ब्रह्मचारिणे नमः ।।
हमारे सिंद्धांतों व प्रभावशाली व्यक्तित्व के अस्तित्व को हमारे वायदे और प्रतिज्ञाऐ परिभाषित नहीं करती बल्कि हमारी वचनों व संकल्पों की प्रतिबद्धता का स्तर ही हमारे व्यक्तित्व औऱ हमारी सामाजिक स्वीकार्यता के मानको को उचित रूप से परिभाषित करतें है।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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