दिनाँक 14 - 10 - 2022
।। ॐ सर्वचारिणे नमः ।।
समय गतिमान है तो जीवन का हर पल भी परिवर्तनशील होगा जिसके फलस्वरूप हमारे सुख व दुःख भी सदा स्थायी रूप से हमारे साथ नहीं होंगे। अतः सुख व दुःख दोनों को ही हम निर्लिप्त व निरपेक्ष भाव से अपनाये जो हमे आध्यात्मिक, सात्विक, शान्त व सरल जीवन की अनुभूति देगा ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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