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सामांजस्य या समझौता

दिनाँक  15 - 10 - 2022

   ।। ॐ  लोकचारिणे  नमः ।।

सफल जीवन सामांजस्य व समझौता जैसी दोनों व्यवहारिक नीतियों पर आधारित होता है । तालमेल या सामंजस्य उस वक़्त अवश्य करें जब कोई हमसे पूरी शिद्द्त के साथ जुड़ना चाहता हो तथा मध्य मार्ग या समझौता की नीति उस वक़्त अवश्य अपनाये जब हमें किसी से जुड़ना जरूरी हो । 


शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।

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