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उचित स्वभाव

दिनाँक   21 - 10 - 2022

   ।।  ॐ  निशाचारिणे  नमः  ।।

खराब परिस्थितियों के लिये अपनी ज़िंदगी को दोष ना दें बल्कि हम अपने स्वभाव, व्यवहार व सोच में समुचित सुधार करें क्योंकि अधिकतर तनाव, अवसाद, क्षोभ  व उद्गिवनता हमारे स्वभाव की अनुचित व गलत पृवर्त्ति व प्रकृत्ति के कारण ही उत्पन्न होते हैं ।

शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।

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