दिनाँक 26 - 10 - 2022
।। ॐ नन्दिकराय नमः ।।
आत्मिक आनन्द व प्रसन्न्ता हमें तब ही मिलती हैं जब हमारा चिन्तन, विचार व कर्म एकजुट होकर निःस्वार्थ भाव से सामाजिक समानता व उसके उत्थान के लिये अपना शत-प्रतिशत योगदान देते हैं ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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