दिनाँक 30 - 10 - 2022
।। ॐ नन्दनाय नमः ।।
दार्शनिक दृष्टिकोण से जीवन की परिभाषा को इस प्रकार परिभाषित कर सकते हैं कि जब हम अपना दर्द महसूस करते हैं तो वास्तविक रूप में हम जीवित प्राणी का जीवन जीते है परन्तु जब हम दूसरों का दर्द महसूस करते हैं तब हम मानवता से ओत-प्रोत जीवन को जीते हैं।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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