दिनाँक 31 - 10 - 2022
।। ॐ नन्दीव्रद्धनाय नमः ।।
जब हमारी इच्छाएं व सपने हमारी कोशिशों को पराजित करती है तो हम अपने आप मे हताशा, अवसाद व कुंठा की स्थिति को महसूस करते हैं परन्तु जब हमारे प्रयास हमारे सपनो पर विजय या सफलता को प्राप्त करते है तो ये सफलताएं हमें अगले लक्ष्य के लिये ऊर्जावान व उत्साहित करती हैं।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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