दिनाँक 07 - 10 - 2022
।। ॐ मधुकलोचनाय नमः ।।
दुष्ट व्यक्तियों या प्रतिकूल परिस्थितियों से खिन्न, परेशान व दुःखी होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि ये दोनों ही निष्क्रिय, शक्त्तिहीन और प्रभावहीन प्रकृति के ही है यदि हम अपनी प्रतिक्रिया में व्यवहारिक, दूरदर्शी और उपयुक्त्त विकल्प का चयन करने का अनुकूल सामर्थ्य रखते है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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