दिनाँक 08 - 10 - 2022
।। ॐ मधवे नमः ।।
सर्वप्रथम हम यह समझे कि हमारे कष्ट, दुःख व पीड़ा को कोई भी पूर्ण रूप से समाप्त नहीं कर सकता है अतः हम अपने अस्तित्व को इस तरह समर्थ व सुदृढ बनाए कि हमारी खुशी, हँसी, सुख और मुस्कराहट को भी कोई हमसे छीन ना सकें।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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