दिनाँक 14 - 11 - 2022
।। ॐ बीजकत्रेर नमः ।।
पूर्ण रूप से यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि समय की प्रतिकूलता के कारण हम अपने प्रयासों को तुरन्त रोकने के विकल्प को चुन लें जबकि प्रयासों की कार्य गति को कुछ मध्यम करके समयाछयनुसार धीरे-धीरे सामान्य गति तक लाने का विकल्प भी हमारी प्रतिभा के दायरे में मौजूद होता हैं।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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