दिनाँक 16 - 11 - 2022
।। ॐ बलाय नमः ।।
अपने व्यवहारिक जीवन के कार्यकलापों, भौतिक वस्तुओं व सोच-विचारों के विषय में ज्यादा व पर्याप्त की मात्रा के मूल भाव को स्पष्टता से समझ कर जब उसका उपयोग अपने दैनिक कार्यों में करना आरम्भ कर देता है तब उसे स्वतः अपनी ज़िंदगी मधुर, सरल व सुखद तथा औरों से बेहतर लगने लगती है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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