दिनाँक 17 - 11 - 2022
।। ॐ इतिहासाय नमः ।।
मनुष्य के जीवन की मधुरता व सुन्दरता की विशालता इस तथ्य से उजागर नहीं होती कि वह कितना प्रसन्न, सन्तुष्ट और खुश हैं बल्कि इस बात पर निर्भर करती है कि उसके कारण कितने लोग आन्तरिक आनन्द व खुशी को महसूस करते हैं।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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